तुलसी के फायदे



हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे को देवी के रूप में बहुत पवित्र माना जाता हैं। तुलसी के पौधे को हर घर में लगाया जाता हैं और इसे हिंदू धार्मिक परंपरा में बड़े पैमाने पर सुबह और शाम में पूजा जाता हैं। आयुर्वेद शास्त्र के अनुसार तुलसी को संजीवनी बूटी भी कहा जाता हैं। क्योंकि तुलसी के पौधे में अनेकों औषधीय गुण पाया जाता हैं।

तुलसी के लाभ –

  • तुलसी की पत्तियां कई बुखार और जुकाम के लिए उपयोगी हैं। बरसात के मौसम के दौरान, मलेरिया और डेंगू बुखार हो जाने पर तुलसी की पत्तियों को चाय के साथ उबालकर पीने से राहत मिलती हैं। तुलसी के पत्तों का रस तेज बुखार को कम करने में भी इस्तेमाल किया जा सकता हैं।
  • तुलसी का उपयोग कई आयुर्वेदिक कफ सिरप बनाने में किया जाता हैं। तुलसी के पत्ते को चबाने से खांसी और फ्लू से राहत मिलती हैं।
  • तुलसी रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम कर देता हैं। जिससे हृदय रोग और उनमें से उत्पन्न कमजोरी में एक लाभदायक प्रभाव पड़ता हैं।
  • तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर पीने से गले का खराश दूर हो जाता हैं।
  • अगर गुर्दे में पथरी हो गई हो तो तुलसी के पत्ते का रस, शहद में मिलाकर सेवन करना चाहिए। तुलसी गुर्दे को मजबूत बनाती है।
  • तुलसी श्वास संबंधी समस्याओं के उपचार में उपयोगी हैं। शहद, अदरक और तुलसी के पत्ते को मिलाकर बनाया गया काढ़ा पीने से ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, इन्फ्लूएंजा, खांसी और सर्दी में राहत मिलती हैं।
  • तुलसी के पत्ते को काली मिर्च के साथ पीसकर चूर्ण बना लें और इस चूर्ण को दांतों के नीचे रखने से दांत का दर्द दूर हो जाता है।
  • तुलसी के पत्तों का लेप सर पर लगाने से सिर दर्द में आराम मिलता है।
  • तुलसी के पत्तों का रस आँखों में डालने से आँख का जलन कम हो जाता हैं।
  • तुलसी और कपूर का चूर्ण घाव में लगाने से घाव जल्दी ठीक हो जाता हैं।

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