लीची खाने के फायदे



लीची खाने में बहुत स्वादिष्ट और रसदार के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद होता हैं। ताजा लीची की तुलना में सूखे लीची में अधिक पोषक तत्व होते हैं। लीची में पोषक तत्व, विटामिन, प्रोटीन, खनिज और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं। लीची कैल्शियम, तांबा, पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम और मैंगनीज जैसे मिनरल्स का एक अच्छा स्त्रोत हैं। लीची प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने, कैंसर को रोकने, पाचन में सुधार, हड्डियों को मजबूत बनाने, रक्तचाप, वायरस के खिलाफ शरीर की रक्षा करने, वजन कम करने और त्वचा की देखभाल में मदद करता हैं।

लीची खाने के लाभ –

  • लीची में कॉपर और पोटेशियम जैसे खनिज पाया जाता हैं। लीची में मौजूद पोटेशियम हृदय गति और रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित रखता हैं और यह स्ट्रोक और कोरोनरी हृदय रोग के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। कॉपर लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है।
  • लीची विटामिन सी का एक अच्छा स्त्रोत हैं जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने और खांसी, सर्दी और फ्लू जैसी आम बीमारियों के इलाज में मदद करते हैं।
  • लीची में मौजूद आयरन हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता हैं और एनीमिया को रोकता हैं।
  • लीची में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं जो हृदय रोगों के खिलाफ रक्षा प्रदान करता हैं। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और रक्त में अच्छा कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में मदद करता हैं और दिल के दौरे के खतरे को कम करता हैं।
  • लीची में पाया जाने वाला फाइबर पाचनशक्ति को बढ़ाता हैं और कब्ज को दूर करता हैं।
  • लीची में एंटी कैंसर गुण होता है जो कैंसर जैसी घातक और जानलेवा बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। इसमें flavones, Quercitin और kaemferol जैसा शक्तिशाली यौगिक होता हैं जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करता है।
  • लीची फाइबर का एक अच्छा स्त्रोत हैं जो वजन कम करने में सहायक होता हैं।
  • लीची सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है और अस्थमा के उपचार में सहायक होता हैं।
  • लीची में मौजूद oligonol सूरज की किरणों से आपकी त्वचा की सुरक्षा करता हैं। यह समय से पहले बूढ़ा दिखने और त्वचा पर काले धब्बे को कम कर देता है। लीची मुँहासे के विकास को कम करने में मदद करते हैं।
  • लीची का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। अधिक लीची का सेवन कभी कभी शरीर के पोषक तत्वों का स्तर असंतुलित कर सकते हैं और बुखार या गले में खराश हो सकती है। मधुमेह रोगियों को लीची का सेवन बहुत कम करना चाहिए।

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