आईआईटी (IIT) में प्रवेश के लिए कैसे तैयारी करें



भारत में आईआईटी (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) के कुछ ही कॉलेज है। जिसमें कुल लगभग 8000 से 9000 सीट इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री के लिए है, इसमें से लगभग आधा सीट रिजर्व कैटिगरी के लिए है। इस 8000 से 9000 सीट के लिए लगभग 13 लाख कैंडिडेट परीक्षा देते हैं। इस परीक्षा में सफलता पाने के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ की तैयारी बहुत अच्छे से होनी चाहिए। वैसे तो इसका सिलेबस 10+2 के सिलेबस से मिलता है, लेकिन इसमें पूछे जाने वाले प्रश्न सीबीएसई 10+2 से थोड़े मुश्किल होते हैं।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के परीक्षा में सफलता पाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम है कि सिलेबस को अच्छी तरह समझना चाहिए। सिलेबस और पिछले साल के प्रश्न को देखकर परीक्षा के पैटर्न को समझना चाहिए और यह भी जानना चाहिए कि कितने मार्क्स बना लेने से कितना रैंक मिल सकता है। वैसे तो अगर आप जेईई की परीक्षा में 50% से ज्यादा मार्क्स लाते हैं तो आपका रैंक जेईई परीक्षा में काफी अच्छे रह सकते हैं और आपको अच्छे आईआईटी में पढ़ने का मौका मिल सकता है।

इस परीक्षा की तैयारी के लिए यह महत्वपूर्ण है कि आपको सब्जेक्ट का कॉन्सेप्ट काफी अच्छे से आना चाहिए, सारा फॉर्मूला आपको अच्छी तरह याद होना चाहिए और आपको न्यूमेरिकल काफी कम समय में और सही-सही बनाने की अच्छी प्रैक्टिस होनी चाहिए। इस परीक्षा की तैयारी के लिए सबसे पहला स्टेप है सब्जेक्ट के बेसिक्स को अच्छी तरह समझिए, दूसरा स्टेप है कांसेप्ट को अच्छी तरह समझने के बाद कई सारे प्रश्नों को सॉल्व करिए और अपनी कमजोरी को दूर करिए। इसका तीसरा स्टेप है आप पुरानी आईआईटी परीक्षा के प्रश्नों को सॉल्व करें और देखें कहां-कहां दिक्कत आ रही है उस दिक्कत को दूर करिए।

इस परीक्षा की तैयारी में एक बात का और ध्यान रखना है कि आप एक सब्जेक्ट के लिए बहुत सारे किताबों का इस्तेमाल ना करें, सिर्फ एक किताब जो सबसे अच्छी किताब हो वहीं पढ़े, इससे आपको याद रखने में आसानी होगी। कोचिंग में पढ़ने से बहुत फायदा होता है ऐसा जरूरी नहीं है, कई बार कोचिंग में पढ़ने से वक्त की बर्बादी होती है, लेकिन कई बार कोचिंग में काफी अच्छे टीचर होते हैं जो किसी सब्जेक्ट को काफी अच्छी तरीके से पढ़ा सकते हैं और काफी प्रैक्टिस करा सकते हैं।

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