अगर आपको यह लगता है कि कुछ सालों मे हिंदी का अंत होने वाला है, तो आप गलत सोच रहे हैं। हिन्दी का भविष्य उज्जवल है।
हिन्दी, भारत मे 40 करोड़ लोगों की मुख्य भाषा है, कुल 120 करोड़ की आबादी वाले भारत मे 80 करोड़ से ज्यादा लोग हिंदी को अच्छे से समझते हैं। अँग्रेजी समझने वाले लोगों की आबादी भारत मे लगभग 15 करोड़ ही है, जबकि अच्छी तरह अँग्रेजी बोलने वालों की आबादी भारत में 2-3 करोड़ से ज्यादा नहीं होगी।
भारत मे अँग्रेजी सीखना आसान नहीं है, क्योंकि यह आम बोलचाल की भाषा नहीं है। केवल वे लोग ही अच्छी अँग्रेजी सीख पाएंगे जो अच्छे स्कूलों मे पढ़ पाएंगे। ज़्यादातर लोग अपने बच्चों को अच्छे स्कूलों मे आर्थिक तंगी की वजह से नहीं भेज पाते है।
ज़्यादातर मीडिया वाले लोग अधिक लोगों तक पहुचने के लिए हिंदी भाषा का सहारा ले रहें है, टीवी मे ज़्यादातर प्रोग्राम अब सिर्फ हिंदी मे ही होता है, ये सब मिलकर हिंदी भाषा को और बढ़ावा दे रहें हैं।
आम बोलचाल की भाषा हिंदी होने की वजह से, इसका प्रसार खुद ही होता रहेगा, हिंदी को सीखने के लिए भारत मे स्कूलों की जरूरत नहीं है, यह लोग बचपन मे ही स्वतः सीख लेते हैं।
बहुत अच्छा
Ye essay bht jyda acche hai ….isse muze school mao bht fayda hua….
Thanks
Plz post more essays
…….
Very nice
But can use more creative ideas
Best
Thanks & very usefull
हिंदी भाषा की महत्ता पर लिखा आलेख सराहनीय है।
उत्तम एवं सराहनीय
it is nice but can you plz post more essay