मकर संक्रांति पर निबंध



मकर संक्रांति हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है। मकर संक्रांति भारत, नेपाल और बांग्लादेश में काफी धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार ज्यादातर 14 जनवरी को मनाया जाता है, कभी-कभी इसे 15 जनवरी को भी मनाया जाता है। मकर संक्रांति पूरे भारत में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। इस त्यौहार को मनाने का सबसे बड़ा कारण यह होता है कि इसी समय नई-नई फसल काटी जाती है और किसान लोगों का घर अन्न से भर जाता है। लोग इसी खुशी में अन्न की पूजा करते हैं और अच्छा-अच्छा खाना बनाकर खाते हैं। मकर संक्रांति गर्मी शुरुआत होने का संकेत है। भारत के कुछ प्रदेशों में यह एक से ज्यादा दिनों तक चलता है, लेकिन ज्यादातर जगहों में यह त्यौहार सिर्फ एक दिन का होता है।

बिहार में मकर संक्रांति  के दिन ज्यादातर लोग नए अनाज से खिचड़ी बनाते हैं। लोग सुबह-सुबह दही चूड़ा और तिल से बने हुए मिठाइयां जैसे तिलकुट, तिल और गुड़ से बना लड्डू खाते हैं। भारत के कई जगहों खासकर गुजरात में इस दिन पतंग उड़ाने की परंपरा है। महाराष्ट्र में मकर संक्रांति के दिन लोग अलग-अलग रंगों के दानों वाला लड्डू खाते हैं और मेहमानों को भी खिलाते हैं। पंजाब में मकर संक्रांति के दिन लोग नदी में सुबह-सुबह पवित्र स्नान करते हैं। उसके बाद वह सब अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ मिलकर भांगड़ा करते हैं। भांगड़ा करने के बाद वह सब स्वादिष्ट पकवान खाते हैं, जिसमें खीर भी होता है। पंजाब में इस त्योहार को लोहड़ी के नाम से भी जाना जाता है। तमिलनाडु में मकर संक्रांति पोंगल के नाम से जाना जाता है और यह चार दिनों का त्योहार होता है। उत्तर प्रदेश में मकर संक्रांति के दिन इलाहाबाद और वाराणसी की पवित्र नदियों में लोग स्नान करते हैं, स्नान करने के बाद लोग मिठाइयां और पकवान साथ में गुड़ भी खाते हैं और पतंग उड़ाते हैं। बंगाल में मकर संक्रांति के दिन पीठा बनाया जाता है जो एक स्वादिष्ट मिठाई की तरह है।

मकर संक्रांति में कई जगह मेले भी लगाए जाते हैं जहां गांव के लोग घूमने जाते हैं।

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8 Comments

  1. Manisha rathore

    Hi isame makarsnkrati ki alag alag jagao par kya manyata h sabhi achhe se bataya h

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