रामनवमी पर निबंध



रामनवमी हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है। यह त्यौहार भगवान राम के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम का जन्म इसी दिन अयोध्या में हुआ था। यह त्योहार हरेक साल हिंदू कैलेंडर के चैत्र मास के शुक्ल पक्ष के नवमी में मनाया जाता है। इस दिन श्रद्धालु पूरे मन से श्री राम जी की पूजा और अर्चना करते हैं। इस दिन लोग श्री राम, सीता और हनुमान जी की पूजा अपने घरों और मंदिरों में करते हैं। बहुत सारे घरों और मंदिरों में रामचरितमानस का पाठ आयोजित किया जाता है।

रामनवमी के दिन कई जगह बड़े-बड़े पांडाल लगाए जाते हैं और वहां भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है और वहां जो भी भक्तजन आते हैं उन्हें प्रसाद बांटा जाता है। राम नवमी के दिन हनुमान जी के मंदिर में कई जगह ध्वजा चढ़ाई जाती है। रामनवमी के दिन कई सारे संस्थाओं में छुट्टियां रहती हैं। लोग उस दिन अपने मित्रों और परिवार वालों से मिलते हैं और प्रसाद खाते और बांटते हैं। कई सारे पंडालों में रात में रामायण का नाटक किया जाता है जिसे बहुत सारे लोग देखते हैं।

रामनवमी के दिन बहुत सारे लोग भंडारे का आयोजन करते हैं, जिसमें बहुत सारे गरीब लोगों को मुफ्त में भरपेट खाना खिलाया जाता है। इस दिन राम मंदिर और हनुमान मंदिर को खास तरह से सजाया जाता है। लोग अपने घरों से निकलकर मंदिर आते हैं और भगवान राम की पूजा करते हैं। मंदिर में रामजी की पूजा करके और बहुत सारे वैदिक मंत्रों को सुनकर लोगों का मन काफी शांत हो जाता है।

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