गुर्दे की पथरी का कारण और लक्षण



आज के दौर में गुर्दे की पथरी एक आम समस्या बनती जा रही है। पथरी बनने की प्रक्रिया बहुत धीरे – धीरे होती है। अगर पथरी काफी छोटी हो तो लोगों को इसका पता भी नहीं चलता है। जब पथरी बड़ी होती है तभी लोगों को इसका एहसास होता है।

गुर्दे की पथरी बनने का कारण –

  • गुर्दे की पथरी का मुख्य कारण पानी की कमी है। शरीर में पानी, मिनरल्स, नमक का संतुलन गड़बड़ा जाने से गुर्दे की पथरी बनती है।
  • ज्यादा मसालेदार खाना और जंक फ़ूड जैसे पिज्जा, बर्गर, पेस्ट्री आदि का अधिक सेवन करने से गुर्दे की पथरी बनती है।
  • चाय का अधिक सेवन करने से पानी की प्यास कम हो जाती है जिससे गुर्दे की पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।
  • बीज वाले फल और सब्जियों का अधिक सेवन करने से भी पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।
  • जिन लोगों को गठिया और सूजन आंत्र रोग की समस्या है उन लोगों को गुर्दे की पथरी का खतरा अधिक होता हैं।
  • बार -बार बुखार आने, टायफाइड होने से गुर्दे कमजोर हो जाते है। जिससे पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।

गुर्दे की पथरी के लक्षण –

  • पथरी के वजह से पेट के निचले हिस्से और कमर में अचानक दर्द शुरू हो जाना।
  • पथरी के वजह से ज्यादातर रोगी को पीठ से पेट की तरफ आते तेज दर्द की शिकायत होती है।
  • तेज दर्द के साथ मतली और उल्टी होना।
  • पेशाब में जलन, तेज दर्द और पेशाब रुक – रुक कर आना भी पथरी का लक्षण है।
  • पथरी के वजह से मूत्र में रक्त भी आ सकता है।

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