आंख आने (लाल आंख – कंजक्टिवाइटिस) का कारण और उपचार



अगर किसी की आंखें खासकर बच्चे की बहुत ज्यादा लाल हो रही हो तो सबसे ज्यादा यह संभावना बनती है कि उसे कंजक्टिवाइटिस है। कंजक्टिवाइटिस आंख में इन्फेक्शन होने की एक बीमारी का नाम है। यह इंफेक्शन जीवाणु से भी हो सकते हैं और विषाणु से भी हो सकते हैं। कंजक्टिवाइटिस एक काफी संक्रामक बीमारी है, इसका मतलब यह है कि अगर एक बच्चे को या फिर बड़े आदमी को कंजक्टिवाइटिस है तो दूसरे लोगों को यह बीमारी उसके पास आने से लग सकता है। अगर बच्चा स्कूल जा रहा हो और क्लास में किसी और बच्चे को कंजक्टिवाइटिस हो गया हो तो दूसरे बच्चों को भी होने की बहुत ज्यादा संभावना रहती है। कंजक्टिवाइटिस बरसात के समय ज्यादा फैलता है।

कंजक्टिवाइटिस होने का सबसे बड़ा लक्षण यह है कि आंखों का सफेद हिस्सा काफी ज्यादा लाल हो जाता है और आंख से लठ लठ पदार्थ निकलता है। सोने के बाद आंखों की पलके चिपक जाती हैं, आंखों में चुभन होता है और पलकों में सूजन भी हो सकता है।

उपचार:

कंजक्टिवाइटिस आमतौर पर अपने आप 4 से 6 दिनों में ठीक हो जाता है लेकिन सलाह दी जाती है कि जिसे कंजक्टिवाइटिस हुआ है उसे डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए, डॉक्टर अगर जरूरत पड़े तो एंटीबायोटिक देगा और आंख में डालने वाला आई ड्रॉप्स भी देगा। उस आई ड्रॉप्स से जीवाणु की संख्या घटती है और कंजक्टिवाइटिस का इलाज जल्दी होने लगता है।

कंजक्टिवाइटिस होने पर इन बातों का ध्यान रखना चाहिए आंखों को नियमित रूप से साफ करना चाहिए और हाथ से नहीं रगड़ना चाहिए। हमेशा साफ कपड़ा और साफ पानी का इस्तेमाल आंखों की सफाई के लिए करना चाहिए।

कंजक्टिवाइटिस दूसरे लोगों को ना फैले इसके लिए आपको चश्मा खासकर काला चश्मा पहन कर रखना चाहिए और जब कंजक्टिवाइटिस हो जाए तो बहुत ज्यादा आंखों पर जोर नहीं देना चाहिए इसलिए कंप्यूटर, TV इन सब चीजों से थोड़ी दूरी बना लेनी चाहिए।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.